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Wednesday 27 May 2020

बॉलीवुड का नया 'बिग-बी'

(चर्चित चेहरा)
सोनू म्हानै थारै पर भरोसो..... 


बॉलीवुड का ‘बिग बी’ कौन ! आप कहेंगे इसमें भला पूछने वाली बात कौन सी है. पांच दशकों से फिल्मी पर्दे पर राज कर रहे अमिताभ बच्चन के होते कोई दूसरा नाम कैसे आ सकता है. लेकिन जनाब आप मानें या ना मानें, अब बॉलीवुड में नया ‘बिग बी’ आ गया है. उसका नाम है सोनू सूद. साधारण से दिखने वाले इस अभिनेता ने पब्लिक के दिलों में ‘बिग बी’ के रूप में नई छवि स्थापित कर दी है. कोरोना संकट के दौर में मुंबई से पलायन करने वाले लाखों मजदूरों को सोनू सूद में अपना मसीहा दिखाई दे रहा है जो उन्हें बिना जात-पात और धार्मिक भेदभाव के घर भिजवाने में जुटा है. महामारी के इस संकट काल में मायानगरी से जिस किसी मजदूर को भारतवर्ष में स्थित अपने गांव जाना है, वह सोनू सूद से संपर्क कर रहा है. और सोनू का फंडा देखिए कि बिना किसी औपचारिकता के मजदूरों के ग्रुप को अपने खर्चे पर बसों में बिठाकर उनके गांव की ओर रवाना कर रहा है. 

हां भारत सरकार की श्रमिक रेलगाड़ियां 9-9 दिनों के बाद भूखे प्यासे मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचा रही है वही सोनू की बसें 2 दिनों के भीतर सबको घर छोड़ रही हैंं. मजे की बात देखिए सोनू ने इन बसों में जाने वाले मजदूरों के खानपान की सामग्री भी साथ में पैक करवा दी है. सोशल मीडिया और समाचार पत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनू अब तक हजारों श्रमिकों को उनके घर रवाना कर चुके हैं. महाराष्ट्र और केंद्र सरकार को उनके इस प्रयास से सबक लेने की जरूरत है. सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर कभी ट्रेंड हुए 'सोनू म्हानै थारै पर भरोसो नहीं है...' गीत को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया है. आज माया नगरी के मजदूर सोनू का गुणगान कर रहे हैं और उन्हें अपना भगवान बता रहे हैं.

सोनू अपने इस काम को और बेहतर ढंग से अंजाम दे सकें इसके लिए उनकी टीम ने मिलकर एक टोल फ्री नंबर जारी किया है. इस बात की जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर की. बुधवार को बिहार के लिए रवाना की गई बसों के यात्रियों से सोनू ने वापसी की अपील भी की है. मजेदार वाकया देखिए कि एक आदमी ने सूद से अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए ट्विटर पर टैग कर लिखा, ''भैया, एक बार गर्लफ़्रेंड से ही मिलवा दीजिए..बिहार ही जाना है''. सोनू सूद ने इसका उत्तर देते हुए लिखा, "थोड़े दिन दूर रह के देख ले भाई... सच्चे प्यार की परीक्षा भी हो जाएगी."

गौरतलब है कि 80-90 के दशक में सिनेमा हॉल्स की अग्रिम पंक्तियों में बैठकर सीटी बजाते हुए फिल्म देखने वाले यूपी-बिहार के लाखों मजदूरों ने अमिताभ बच्चन को सफलता बुलंदियों पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. दिल्ली और मुंबई के अधिकांश रिक्शा चालक तो अमिताभ बच्चन के जबरदस्त फैन हुआ करते थे और उनकी हर फिल्म का पहला शो देखने की जुगाड़ में रहते थे. लेकिन आज दैनिक मजदूरी और दिहाड़ी करने वाले लाखों मजदूर अमिताभ बच्चन की बजाय सोनू सूद में अपना 'बिग बी' ढूंढ रहे हैं.

 यूं तो माया नगरी के अनेक कलाकारों ने कोरोना संकट में अपने-अपने ढंग से लोगों की मदद की है लेकिन सोनू द्वारा किए गए प्रयास सर्वोपरि साबित हुए हैं इसके लिए चारों और उनकी प्रशंसा हो रही है. हिंदी, कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाने वाले सोनू सूद रियल लाइफ में हीरो बनकर उभरे हैं. बॉलीवुड के सभी सुपरस्टार्स को रियल लाइफ के इस हीरो से सबक लेने की जरूरत है.
-रूंख

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