-जेजेपी की किसान महापंचायत में उमड़ा किसानों और समर्थकों का सैलाब
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राजस्थान के बदत्तर हालात के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए अशोक गहलोत को फेलियर मुख्यमंत्री करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को न किसानों की चिंता है और ना ही युवाओं व महिलाओं की फीक्र है पेपर लीक, खनन माफिया, महिला अत्याचार आदि में यह सरकार अव्वल है। साढ़े चार साल के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार ने राजस्थान को गर्त मे डाल दिया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ही घर से कई जनों का पुलिस भर्ती में चयन होना ईमानदारी से तैयारी करने वाले युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। इसी तरह एक संत के सत्याग्रह पर गहलोत सरकार ने एक बारगी तो दिखावे के लिए खनन माफिया पर नकेल कसी, लेकिन बाद में पिछले दरवाजे से एंट्री करवाकर वापिस माफियाओं का राज कर दिया।
चौटाला ने कहा कि नेशनल क्राईम ब्यूरो की रिपोर्ट में राजस्थान में महिला अत्याचार के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। हरियाणा सरकार को किसानों की मसीहा बताते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वहां पर एक एकड़ फसल खराब होने पर 30 दिनों में 15 हजार रुपए का मुआवजा सीधे खाते में आरटीजीएस करवा दिया जाता है और 19 तरह की फल-सब्जी के कम दाम मिलने पर सरकार भरपाई करती हैं। इसके अलावा 13 तरह की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। जबकि राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं है। इसी कारण किसानों को फसलों की लागत भी नहीं मिलने से उनकी हालत खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सत्ता में 50 फीसदी भागीदारी महिलाओं को दी जाती है और सभी तरह प्राईवेट संस्थानों में दो-तिहाई भर्ती हरियाणा के युवाओं की होती है और वृद्धावस्था पेंशन भी राजस्थान के एक हजार रुपए के मुकाबले 2750 रूपए प्रतिमाह दी जाती है। चौटाला ने कहा कि ये सभी सुविधाएं राजस्थान में लेने के लिए जेजीपी की सत्ता में भागीदारी होनी जरूरी है। इसलिए पृथ्वीराज मील को यहां से विजयी बनाकर भेजे, फिर राजस्थान में किसानों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों की हितैषी सरकार सुलभ हो सकेगी। उन्होंने गांवों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए वहां के देवालयों में खाली पड़े कमरों में पुस्तकालय खोलने का सुझाव दिया।
प्रदेशाध्यक्ष पृथ्वीराज मील ने उपस्थित जनसमूह का आभार जताते हुए कहा कि उनके छोटे से बुलावे पर हजारों की तादाद में लोगों ने पहुंच कर उनकी जिम्मेदारी व जवाबदेही और बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि वे कोई वादा नहीं करेंगे, सिर्फ बुलंद व सकारात्मक इरादे लेकर आपके बीच आए हैं और आपके सहयोग से सूरतगढ़ का राजनीतिक परिदृश्य बदलेंगे। मील ने कहा कि उन्होंने जिला प्रमुख के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगने दिया। और विश्वास दिलाता हूं कि आपकी भावनाओं को कभी ठेस नहीं लगने दूंगा।