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Monday 24 July 2023

युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं गहलोत : दुष्यंत चौटाला


-जेजेपी की किसान महापंचायत में उमड़ा किसानों और समर्थकों का सैलाब


- पूर्व जिला प्रमुख पृथ्वी मील ने अपार जनसमर्थन के साथ दिखाई अपनी राजनीतिक ताकत

सूरतगढ़। जननायक जनता पार्टी
(जेजेपी) की यहां पुरानी धान मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व जिला प्रमुख पृथ्वीराज मील ने अपनी राजनीतिक ताकत दिखा दी है। उमस और गर्मी के बावजूद इस सभा में हजारों समर्थकों ने उपस्थिति दी। इस महापंचायत में राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष व हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित कई पदाधिकारियों ने शिरकत की।


इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राजस्थान के बदत्तर हालात के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए अशोक गहलोत को फेलियर मुख्यमंत्री करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को न किसानों की चिंता है और ना ही युवाओं व महिलाओं की फीक्र है पेपर लीक, खनन माफिया, महिला अत्याचार आदि में यह सरकार अव्वल है। साढ़े चार साल के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार ने राजस्थान को गर्त मे डाल दिया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ही घर से कई जनों का पुलिस भर्ती में चयन होना ईमानदारी से तैयारी करने वाले युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। इसी तरह एक संत के सत्याग्रह पर गहलोत सरकार ने एक बारगी तो दिखावे के लिए खनन माफिया पर नकेल कसी, लेकिन बाद में पिछले दरवाजे से एंट्री करवाकर वापिस माफियाओं का राज कर दिया।


चौटाला ने कहा कि नेशनल क्राईम ब्यूरो की रिपोर्ट में राजस्थान में महिला अत्याचार के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। हरियाणा सरकार को किसानों की मसीहा बताते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वहां पर एक एकड़ फसल खराब होने पर 30 दिनों में 15 हजार रुपए का मुआवजा सीधे खाते में आरटीजीएस करवा दिया जाता है और 19 तरह की फल-सब्जी के कम दाम मिलने पर सरकार भरपाई करती हैं। इसके अलावा 13 तरह की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। जबकि राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं है। इसी कारण किसानों को फसलों की लागत भी नहीं मिलने से उनकी हालत खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सत्ता में 50 फीसदी भागीदारी महिलाओं को दी जाती है और सभी तरह प्राईवेट संस्थानों में दो-तिहाई भर्ती हरियाणा के युवाओं की होती है और वृद्धावस्था पेंशन भी राजस्थान के एक हजार रुपए के मुकाबले 2750 रूपए प्रतिमाह दी जाती है। चौटाला ने कहा कि ये सभी सुविधाएं राजस्थान में लेने के लिए जेजीपी की सत्ता में भागीदारी होनी जरूरी है। इसलिए पृथ्वीराज मील को यहां से विजयी बनाकर भेजे, फिर राजस्थान में किसानों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों की हितैषी सरकार सुलभ हो सकेगी। उन्होंने गांवों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए वहां के देवालयों में खाली पड़े कमरों में पुस्तकालय खोलने का सुझाव दिया।



प्रदेशाध्यक्ष पृथ्वीराज मील ने उपस्थित जनसमूह का आभार जताते हुए कहा कि उनके छोटे से बुलावे पर हजारों की तादाद में लोगों ने पहुंच कर उनकी जिम्मेदारी व जवाबदेही और बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि वे कोई वादा नहीं करेंगे, सिर्फ बुलंद व सकारात्मक इरादे लेकर आपके बीच आए हैं और आपके सहयोग से सूरतगढ़ का राजनीतिक परिदृश्य बदलेंगे। मील ने कहा कि उन्होंने जिला प्रमुख के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगने दिया। और विश्वास दिलाता हूं कि आपकी भावनाओं को कभी ठेस नहीं लगने दूंगा।

कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संजय चोपड़ा, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रधान महासचिव रामनिवास यादव, युवा प्रदेशाध्यक्ष प्रतीक महरिया, अल्पसंख्यक मोर्चा के मोहम्मद फारूख, हरियाणा प्रभारी अशोक वर्मा आदि ने भी शिरकत की।

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का विशाल माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अंत में सालासर बालाजी की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया गया। महापंचायत की शुरुआत में लाफ्टर चैम्पियन ख्याली सहारण, विख्यात हरियाणवी पॉप सिंगर एमडी, आरजे-13 जगजीत सिंह, जिन्नी सिंगर ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। 

Tuesday 18 July 2023

पृथ्वी मील बदल सकते हैं सूरतगढ़ के समीकरण

- जेजेपी और भाजपा के राष्ट्रीय गठबंधन से उड़ी स्थानीय भाजपा नेताओं की नींद


- व्यक्तिगत लोकप्रियता के मामले में सबसे आगे हैं पृथ्वी मील


कहावत है, कभी-कभी चींटी भी हाथी पर भारी पड़ जाती है और देखते ही देखते संभावित परिणाम बदल जाते हैं. जननायक जनता पार्टी के प्रवेश के बाद सूरतगढ़ की राजनीति में भी यदि ऐसा कुछ हो जाए तो ज्यादा आश्चर्य नहीं होना चाहिए. राजनीति में छोटे क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व को आप भले ही हवा में उड़ाने की कोशिश करें लेकिन हकीकत यह है कि भारतीय राजनीति में इन दलों का महत्व निरंतर बढ़ रहा है. बंगाल और दक्षिण की राजनीति तो क्षेत्रीय दल ही तय करते रहे हैं. पड़ोसी राज्य हरियाणा और पंजाब में भी शिरोमणि अकाली दल और जेजेपी का अपना वोट बैंक है जो सत्ता को प्रभावित करता है.

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जिस हिसाब से छोटे क्षेत्रीय दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रणनीति तैयार करने के लिए आमंत्रित किया है उससे यह स्पष्ट है कि भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों का महत्व कम नहीं आंका जा सकता. विपक्ष तो अधिकांशत: क्षेत्रीय दलों का ही गठजोड़ हैं. भारत की विविधता को देखते हुए क्षेत्रीय दलों के यह गठजोड़ समय की आवश्यकता कहे जा सकते हैं.

सूरतगढ़ की राजनीति में जननायक जनता पार्टी ने पूर्व जिला प्रमुख पृथ्वी मील का नाम उछाल कर सभी संभावित प्रत्याशियों के खलबली मचा दी है. पार्टी ने उन्हें न सिर्फ प्रदेशाध्यक्ष घोषित किया है बल्कि उनके समर्थन में 24 जुलाई को पुरानी धान मंडी में किसान महापंचायत भी आयोजित कर रही है. इस सभा में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला समेत कई दिग्गज नेताओं के आने की उम्मीद है. संभावनाएं जताई जा रही है कि जेजेपी और पृथ्वी मील का यह शक्ति प्रदर्शन सूरतगढ़ के समीकरण बदल सकता है.


सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में यदि किसी विधायक की व्यक्तिगत लोकप्रियता की बात करें तो विजयलक्ष्मी विश्नोई का नाम सबसे ऊपर आता है. उनके बाद जितने भी विधायक बने उन सबकी लोकप्रियता एक वर्ग विशेष तक सीमित रही, कभी भी वे साधारण जनमानस में अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाए. यही कारण है कि पार्टियां उन पर अगले चुनाव में दांव लगाने से बचती रही. जहां तक पृथ्वी मील की बात है, उन्हें भले ही विधायक बनने का मौका ना मिला हो लेकिन उनकी लोकप्रियता दूसरे प्रत्याशियों के मुकाबले कहीं बेहतर है. जिला प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल आज भी लोग याद करते हैं. बच्चे हों या बड़े बूढ़े, स्त्री हो या पुरूष, नौजवानों से लेकर सभी आयु वर्गों और जातियों में उनकी बराबर पैठ है. उनकी मिलनसारिता और व्यवहार कुशलता सबको प्रभावित करती है. सबसे बड़ी बात आमजन की सहानुभूति उनके प्रति हमेशा रही है जिसका सीधा फायदा उन्हें मिल सकता है. उनकी ग्रामीण जन सभाओं में उमड़ रही भीड़ यही संकेत देती है.

राजनीति में किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. सभी राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि नरेंद्र मोदी 2024 के चुनाव में अपनी पार्टी को जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. लोकसभा चुनाव से पूर्व होने वाले बड़े राज्यों के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी क्षेत्रीय दलों से गठजोड़ की कोई संभावना नहीं छोड़ना चाहती. फिर जेजेपी के साथ तो हरियाणा में उनका पुराना गठबंधन है, लिहाजा राजस्थान चुनाव में समझौते के तौर पर भाजपा यदि दो तीन सीटें छोड़ भी दे तो बदले में उन्हें लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सकता है. जेजेपी के लिहाज से सूरतगढ़ सीट सर्वाधिक उपयुक्त भी है जहां कांग्रेस और भाजपा दोनों को साधना अधिक आसान है. यहां कांग्रेस में कमजोर संगठनात्मक ढांचे के चलते नगरपालिका मंडल भी उनके हाथ से निकल चुका है वहीं भाजपा में एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति है. ऐसी स्थिति में पृथ्वी मील जेजेपी के लिए एक उपयुक्त प्रत्याशी हैं जो राजस्थान विधानसभा में उनका खाता खोल सकते हैं.

चुनाव परिणाम चाहे कुछ भी रहे लेकिन इतना तय है कि पृथ्वी मील की उपस्थिति ने सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के समीकरण बदल दिए हैं.

-डॉ.हरिमोहन सारस्वत

Thursday 6 July 2023

चारण के राजस्थानी काव्य संग्रह ‘अगनसिनान’ के हिंदी अनुवाद का लोकार्पण


विख्यात समालोचक डॉ. नीरज दइया ने किया है अनुवाद

बीकानेर, 6 जुलाई। राजस्थानी के महत्त्वपूर्ण कवि डॉ. अर्जुन देव चारण की कविताओं को अनुवाद के माध्यम से हिंदी के समृद्ध पाठक वर्ग तक पहुंचाने का डॉ. नीरज दइया ने सराहनीय कार्य किया है। अनुवाद दो भाषाओं के मध्य सेतु का कार्य करता है, यह प्रक्रिया निरंतर गतिशील रहनी चाहिए।

प्रतिष्ठित कवि-चिंतक डॉ. नंदकिशोर आचार्य ने ये उद्गार सुपरिचित कवि-आलोचक डॉ. नीरज दइया द्वारा डॉ. अर्जुन देव चारण के राजस्थानी काव्य संग्रह ‘अगनसिनान’ के हिंदी अनुवाद-कृति के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।

डॉ. आचार्य ने कहा कि साहित्यिक रूप से राजस्थानी को मान्यता मिली हुई है। साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष राजस्थानी कृतियों को पुरस्कृत करती रही है किंतु संवैधानिक मान्यता के लिए राजस्थानी साहित्यकार वर्षों से संघर्षरत हैं। उन्होंने कहा कि कविता, कहानी आदि साहित्यिक विधाओं में निरंतर सृजन करने के साथ-साथ राजस्थानी लेखकों को विज्ञान, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, आर्थिकशास्त्र आदि विभिन्न विषयों पर भी मौलिक लेखन करना चाहिए तथा अनुवाद के माध्यम से भी इन विषयों की पुस्तकें राजस्थानी पाठकों तक पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए।

नेगचार संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि सरल विशारद ने कहा डॉ. नीरज दइया प्रतिभाशाली साहित्यकार हैं जो मौलिक लेखन के साथ-साथ अनुवाद कार्यों को भी गंभीरतापूर्वक करते रहे हैं। आपने नंदकिशोर जी की कविताओं का हिंदी में राजस्थानी में अनुवाद किया है जो एक बहुत बड़ा कार्य है इसी प्रकार अर्जुन देव चारण की कविताओं का हिंदी में आना एक बड़ा कार्य है।

विशिष्ट अतिथि पंडित जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष बुलाकी शर्मा ने कहा कि  डॉ नीरज दइया वर्षों से अनुवाद कार्य में संलग्न हैं। उन्होंने राजस्थानी और हिंदी में परस्पर अनुवाद से देश में जहां राजस्थानी साहित्य को दूर दूर तक पहुंचाया है वहीं भारतीय साहित्य को राजस्थानी में लाकर अनुवाद को सृजनात्मकता के अनेक आयाम प्रस्तुत किए हैं। अगनसिनान की लंबी कविताएं हिंदी के माध्यम से अन्य भारतीय भाषाओं में जाएगी तब निसंदेह यह प्रमाणित होगा कि राजस्थानी में श्रेष्ठतम साहित्य सृजन हो रहा है।

डॉ नीरज दइया ने अनुवाद-कार्य के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इस संग्रह में डॉ. अर्जुन देव चारण की पौराणिक और ऐतिहासिक स्त्री चरित्रों के मनोभावों को लेकर सृजित लंबी कविताएं हैं। इनका अनुवाद करते यूं लगता रहा जैसे ये स्त्री चरित्र साक्षात उपस्थित होकर अपनी व्यथा-कथा बता रहीं हैं। ये कविताएं हिंदी पाठकों को निःसंदेह गहरे तक संवेदित और उद्वेलित करेंगी।

युवा आलोचक डॉ ब्रज रतन जोशी ने कहा कि डॉ. अर्जुन देव चारण को प्रमुखत एक नाटककार के रूप में जाना-पहचाना जाता है किंतु वे बड़े कवि और आलोचक के साथ चिंतक के रूप में अपना विशिष्ट स्थान रखते हैं। अगनसिनान की कविताएं उनके कवि रूप को दूर दूर तक ले जाने में सहयोग कर राजस्थानी कविता की कीर्ति में श्रीवृद्धि करेगी। आभार प्रदर्शन सूर्यप्रकाशन मंदिर के निदेशक डॉ प्रशांत बिस्सा ने व्यक्त किया

सावधान ! पुलिस के नाम पर ब्लैकमेल करने का नया गोरखधंधा

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