सूरतगढ़/जयपुर। चुनाव कोई भी हो, लड़ने के लिए जिगरा चाहिए। और बात जब लोकसभा चुनाव की हो तो हौसले के साथ-साथ तन, मन धन का समर्थन भी जरूरी है। राजधानी की सामान्य सीट से इस बार सूरतगढ़ के लाल ने ताल ठोकी है। वार्ड नंबर 23 के रहने वाले नरेंद्र शर्मा ने राष्ट्रीय सनातन पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। इतना ही नहीं, वे अपने समर्थकों के साथ जोरों-शोरों से जयपुर की सड़कों पर धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। गौरतलब है कि राजस्थान में वे अपनी पार्टी के प्रदेशध्यक्ष भी हैं।
नरेंद्र शर्मा का नाम सूरतगढ़ के लिए अपरिचित नहीं है। उच्च शिक्षा प्राप्त नरेंद्र शर्मा भू राजस्व कानूनों के गहन जानकार हैं। यह खूबी उन्हें विरासत में मिली है। उनके पिता श्री ताराचंद शर्मा इलाके भर में योग्य और कुशल पटवारी के रूप में जाने जाते थे। उनके ताऊ श्री भगवती प्रसाद शर्मा राजस्थान उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे।
नरेंद्र शर्मा जन समस्याओं के समाधान हेतु जूझते नेताओं की अग्रणी पंक्ति में खड़े नजर आते हैं । उन्होंने शहर में हुए अवैध कब्जों और गैर कानूनी ढंग से काटी गई कॉलोनी को लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय में रिट लगा रखी है जिससे भूमाफियाओं में खलबली मची हुई है।
उल्लेखनीय है कि जयपुर शहरी लोकसभा सीट पर 8 प्रत्याशियों ने नामांकन भरे हैं। कांग्रेस की तरफ से पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और भाजपा की मंजू शर्मा मैदान में है। चुनाव परिणाम चाहे कुछ भी रहे लेकिन इतना तो तय है कि नरेंद्र शर्मा के रूप में सूरतगढ़ की आवाज राजधानी में गूंज रही है।