जिया-जूण हुवै
सिकती रोटी दांई
पिसीजै
गूंधीजै
बंटीजै
अर सिकै है
होळै-होळै.
सिकते-सिकते
बळ ई सके
कांई जेज लागै.
इण सारू
सावचेत हु’र
उथळता रया
बेगी सीक
जिया जूण सी
रोटी नै !
- निर्जला एकादशी के पहले दिन जन सेवा का कार्यक्रम आयोजित सूरतगढ़, 17 जून । निर्जला एकादशी के पहले दिन अपेक्स विमेंस क्लब द्वारा मीठे शरबत की...
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