अकादमी पुरस्कार घोषित होने पर इक्कीस कॉलेज की छात्रा निर्मला का गांव में हुआ सम्मान
लूणकरणसर, 25 मार्च। 'ग्रामीण क्षेत्र प्रतिभाओं की खान है, बस उचित अवसर और सही मंच मिलना जरूरी है। यह बात मलकीसर बड़ा निवासी सीताराम सारस्वत ने कही। अवसर था गांव की बेटी निर्मला शर्मा के सम्मान समारोह का, जिसकी वे अध्यक्षता कर रहे थे।
ज्ञात रहे निर्मला शर्मा को राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर ने अपना राज्य स्तरीय चंद्रदेव शर्मा साहित्य पुरस्कार देने की घोषणा की है। उसकी इस उपलब्धि पर शनिवार को ग्राम मलकीसर बड़ा के सामुदायिक भवन में ग्रामीणों द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान साफा पहनाकर तथा सम्मान प्रतीक देकर शर्मा का अभिनन्दन किया गया। ग्रामीण विकास पब्लिक शिक्षण संस्थान के व्यवस्थापक मामराज कूकणा ने कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ गांव की ही उपलब्धि नहीं बल्कि सम्पूर्ण जिले के लिए गौरव की बात है। गौरतलब है कि निर्मला ने अपनी विद्यालय शिक्षा ग्रामीण विकास शिक्षण संस्थान से ग्रहण की है।
इक्कीस संस्थान के चेयरमैन आशा शर्मा ने कहा कि हमें गर्व है हमारे कॉलेज की बेटी ने कलम उठाई है।
साहित्यकार राजूराम बिजारणियां ने कहा कि यह क्षेत्र साहित्य की दृष्टि से उर्वर है। साहित्य महोपाध्याय नानूराम संस्कर्ता की साहित्यिक विरासत में निर्मला का नाम शामिल होना गौरवान्वित करता है। इक्कीस कॉलेज के डॉ.हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' ने बेटियों को निरंतर तालीम दिलवाने पर जोर दिया ताकि पठन-लेखन का स्तर और बेहतर हो। सम्मान समारोह में उपस्थित पूर्व सरपंच हीराराम गोदारा, ताराचंद सारण, पंचायत समिति, लूणकरणसर उप प्रधान कैलाश शर्मा, द्वारका प्रसाद सारस्वत, रामेश्वरलाल सारस्वत, जमनाराम, ओमप्रकाश शर्मा, लीलाधार सारस्वत, किशन शास्त्री, भगवानाराम सारस्वत, दिनेशकुमार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोष एवं राधा सिद्ध ने इस पुरस्कार को गांव की नन्ही प्रतिभाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया। गौरतलब है कि निर्मला को यह पुरस्कार कहानी विधा के लिए उनकी कहानी "कोई चारा नहीं" को दिया जाएगा।
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