
- नशे के प्रचार में सहयोगी बना शहर का प्रशासन
सूरतगढ़, 07 अक्टूबर। एक तरफ जहां जिले भर में पुलिस प्रशासन द्वारा नशामुक्ति अभियान चलाने की बड़ी-बड़ी बातें हो रही हैं, वहीं सूरतगढ़ का प्रशासन तो खुद नशे के प्रचार का सहयोगी बना हुआ है। गौरवपथ से इन्दिरा सर्किल की तरफ रुख कीजिए। मुख्य बस स्टैंड पर सड़क के बीचों-बीच कैंसर फैलाने वाले गुटखे का विशालकाय होर्डिंग अपने आप स्थिति बयान कर देगा जहां शाहरुख खान 'दाने दाने में केसर का दम' वाला गुटखा बेच रहा है। जबकि इस भ्रामक विज्ञापन को लेकर जयपुर उपभोक्ता फोरम में शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ पर उपभोक्ताओं को गुमराह करने का मामला दर्ज हुआ है.
शहर के इस मुख्य मार्ग पर सभी प्रशासनिक अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों का आवागमन लगा रहता है लेकिन मजाल है, किसी भी ने भी इस तरफ ध्यान दिया हो। गंभीर सवाल यह भी है कि ये होर्डिंग्स नगरपालिका सूरतगढ़ के अधीन हैं जिन पर विज्ञापन प्रचार प्रसार के लिए बाकायदा टेंडर जारी किए जाते हैं। राज्य सरकार की नीति के अनुसार पालिका द्वारा टेंडर जारी करते समय स्पष्ट उल्लेख किया जाता है कि पालिका क्षेत्र में लगने वाले होर्डिंग्स और विज्ञापन बोर्ड पर पर किसी भी प्रकार के नशे, भ्रामक सामग्री अथवा अवैध गतिविधियों का प्रचार प्रसार नहीं किया जा सकेगा। इसके बावजूद प्रशासन के नाक के तले सरेआम शाहरुख खान कैंसर वाले गुटखे का धड़ल्ले से प्रचार कर रहा है। प्रशासन की यह लापरवाही नशा मुक्ति अभियान में पलीता लगाने के लिए काफी है। होना तो यह चाहिए कि तुरंत इस होर्डिंग को हटाया जाये और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो।
सर्वविदित है कि गुटखा मुख कैंसर का सबसे बड़ा कारक है लेकिन इसके बावजूद सरकारें पाउच पर महज वैधानिक चेतावनी लिखकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है। कैंसर बांटने वाले गुटखे को बढ़ावा देना उसके बाद कैंसर इलाज के लिए चिरंजीव योजनाएं बनाना सत्ताधारियों की मानसिकता को बयान करता है। तथ्य यह भी है कि गुटखा खाने वाले लोग सबसे ज्यादा गंदगी फैलाते हैं। पब्लिक टॉयलेट्स, वॉशबेसिन, दीवारें, कोने और सड़कें पीक की पिचकारियों और गुटखे के खाली पाउच पूरी सफाई व्यवस्था को बिगाड़ कर रख देते हैं।
बहुत ही शानदार लेख। बात को ज्यों का त्यों लिख देना आपकी विशेषता है। लेख के शुरुआत में जिस नब्ज को पकड़ा अंत तक वह छूट नहीं पाई। अब बारी नगरपालिका की है, देखना है वह कोई कार्रवाई करती है या मौन ही धरे बैठी रहेगी।
ReplyDeleteजय राजस्थान, जय राजस्थानी