◆ एक साथ हुआ पांच किताबों का लोकार्पण
शनिवार को आयोजित नानूराम संस्कर्ता राजस्थानी साहित्य सम्मान समारोह के दौरान प्रख्यात कवि आलोचक डॉ.अर्जुन देव चारण और
वरिष्ठ साहित्यकार मधु आचार्य 'आशावादी' के कर कमलों से एक साथ पांच पुस्तकों का विमोचन हुआ। समारोह में नानूराम संस्कर्ता के शिवराज संस्कर्ता द्वारा संपादित निबंध संग्रह 'आधी दुनियां का पूरा आकाश', मदन गोपाल लढ़ा के 'भारतीय साहित्य के निर्माता-नानूराम संस्कर्ता' और राजस्थानी कविता संग्रह 'ग्रह गोचर' राजूराम बिजारणियां के राजस्थानी गजल संग्रह 'आज कबीरी चादर धर दे' और रामजीलाल घोड़ेला के राजस्थानी कहानी संग्रह 'धमीड़ अर दूजी कहाणियां' सहित पांच पुस्तकों का लोकार्पण संपन्न हुआ। डॉ.हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' ने सभी पुस्तकों पर अपनी समीक्षात्मक प्रतिक्रिया दी।
◆ राजस्थानी सेवा सम्मान डॉ.हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' को
वरिष्ठ साहित्यकार मधु आचार्य 'आशावादी' के कर कमलों से एक साथ पांच पुस्तकों का विमोचन हुआ। समारोह में नानूराम संस्कर्ता के शिवराज संस्कर्ता द्वारा संपादित निबंध संग्रह 'आधी दुनियां का पूरा आकाश', मदन गोपाल लढ़ा के 'भारतीय साहित्य के निर्माता-नानूराम संस्कर्ता' और राजस्थानी कविता संग्रह 'ग्रह गोचर' राजूराम बिजारणियां के राजस्थानी गजल संग्रह 'आज कबीरी चादर धर दे' और रामजीलाल घोड़ेला के राजस्थानी कहानी संग्रह 'धमीड़ अर दूजी कहाणियां' सहित पांच पुस्तकों का लोकार्पण संपन्न हुआ। डॉ.हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' ने सभी पुस्तकों पर अपनी समीक्षात्मक प्रतिक्रिया दी।
◆ राजस्थानी सेवा सम्मान डॉ.हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' को
सरोकार, लूणकरणसर की तरह से मायड़ भाषा की उल्लेखनीय सेवा के लिए 'राजस्थानी सेवा सम्मान' इस बार प्रसिद्ध कवि पत्रकार डॉ.हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' को दिया गया।
ख्यातनाम कवि आलोचक और रंगकर्मी आदरणीय डॉ.अर्जुन देव चारण और वरिष्ठ साहित्यकार पत्रकार श्री मधु आचार्य 'आशावादी' और सरोकार लूणकरणसर के सदस्यों द्वारा कालू में आयोजित नानूराम संस्कर्ता राजस्थानी साहित्य सम्मान समारोह के दौरान डॉ.सारस्वत को राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए कर रहे संघर्ष के लिए यह सम्मान प्रदान किया।
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